टैब ू से बाहर निकलता फैशन Fashion Breaks Out of Taboo

Anthology The Research: (ISSN: 2456–4397 RNI No.UPBIL/2016/68067 Vol-5* Issue-11* February-2021 ) Paper Submission: 15/02/2021, Date of Acceptance: 26/02/2021, Date of Publication: 27/02/2021 शालिनी आल्हा सहायक आचार्य गृह विज्ञान विभाग, चै. बल्लूराम गोदारा राजकीय कन्या महाविद्यालय, श्रीगंगानगर राजस्थान, भारत Abstract सृष्टि में मनुष्य ही एक मात्र प ्राणी ह ै जिसमें सा ैन्दर्य बा ेध हा ेता है आ ैर इस सा ैन्दर्य बोध के चलते वह स्वयं का े विभिन्न साधना ें से सजा कर सुन्दर बनाता ह ै। मानव सभ्यता के इतिहास पर नजर डाले ता े प ्रत्येक काल में स्त्री व पुरूष ने अलग-अलग तरह से इन साधनों का इस्तेमाल किया है जैसे प ्रकृति में उपस्थित विभिन्न फूला ें व प ेड़ों से प ्राप्त रंगा ें से वह स्वयं को सुन्दर दिखाता रहा ह ै। सुन्दरता की इस राह में महिलाओं आ ैर पुरूषों के लिए समाज में अलग-अलग मापदण्ड निर्धा रित किये गये, जिनके अनुसार कुछ चीजें प ुरूष ही इस्तेमाल कर सकते थ े आ ैर कुछ केवल महिलाआ ें के लिए थी। इसी तरह कुछ वस्तुएं विपरीत लिंग क े लिए प्रतिबंधित भी की गई। Man is...