मेरी नजर मे ं विन¨बा अ©र गांधीजी का ब्रम्हचर्य एक अध्ययन According To Me, A Study of Vinba and Gandhiji
Anthology The Research:(ISSN: 2456–4397 RNI No.UPBIL/2016/68067 Vol-5* Issue-8* November-2020)
सह प्राध्यापक,
राजनीति विज्ञान विभाग,
शासकीय विदर्भ ज्ञान विज्ञान
संस्था, अमरावती,
महाराष्ट,ª भारत
Abstract
रहा है। व ैदिक काल में इनका समाज व्यवस्था क¨ सुनिय¨जीत तथा सुव्यस्थित
बनाने में महŸवपूर्ण य¨गदान रहा ह ै। मध्यमाल के द©रान मनु ने उनके अनुसार
समाज निर्माण की भूमिका क¨ अदा किया। किन्तू मनु आज बह¨त विवादास्पद
ह ै। कालांतर बाद भारत मे ए ेसे संत महात्मा ह¨ गये जिन्ह¨ने सुसंस्कृत समाज
तथा सुव्यवस्थित शांत समाज निर्मा ण में अपना तमाम जीवन बिताया। ऊन
महान महनीय व्यक्ती की विचारधारा का असर आज भी हम समाज में देखत े
ह ै। आधुनिक भारत निर्माण में कई सामाजिक संत¨ का य¨गदान रहा है। जिनम ें
विन¨बा अ©र गा ंधी अग्रक्रम रखते ह ै। इन महनीय व्यक्तिअ¨ं की समाज के प ्रति
ब ्रम्हचर्य के विचार¨ं क¨ जानने का नम्र प्रयास यहाँ कर रहा हूँ।
India has been a contribution of significant people in the
upliftment of society. During the Vedic period, there has been a significant
contribution in making their social system sound and organized.
According to Madhyamal, Ranu Manu played the role of building society
according to him. But Manu is very controversial today. Later, there were
such saints in India, who spent all their lives in building a cultured society
and a well organized peace society. Wool, we still see the impact of the
ideology of great personalities in society today. Modern India has
contributed many social saints in construction. In which Vinba and Gandhi
keep the forefront. I am making a humble attempt here to know the
thoughts of these great people with regard to society.
for full paper please visit below link :
http://www.socialresearchfoundation.com/upoadreserchpapers/7/391/2102241252291st%20k%20h%20washnik%2013057.pdf
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