भारत में प ंचायती राज व्यवस्था: वर्तमान स्थिति का मूल्या ंकन Panchayati Raj System in India: An Assessment of the Present Status
Anthology : The Research ISSN: 2456–4397 RNI No.UPBIL/2016/68067 Vol-6* Issue-3* June- 2021
Paper Submission: 04/06/2021, Date of Acceptance: 15/06/2021, Date of Publication: 25/06/2021
एसोसिएट प्रोफेसर
राजनीति विज्ञान विभाग
आर0जी0 पी0जी0 कॉलेज,
मेरठ, उत्तर प्रदेश, भारत
Abstract
विकास की अवधारणा नवीन नहीं ह ै। अपितु इसका इतिहास व ैदिक काल से
भी प ंचायती राज का अस्तित्व था। प ंचायती राज की घा ेषणा स्वतन्त्र भारत म ें
सर्वाधिक महत्वपूर्ण राजनीतिक परिवर्तन आ ैर क्रांतिकारी उपलब्धिया ें में से एक
ह ै। प ंचायती राज में जिला, खंड आ ैर ग्राम स्तरों पर लोकता ंत्रिक संस्थाओं की
त्रिस्तरीय संरचना शामिल की र्गइ ह ै। इन संस्थाआ ें का े लोकतंत्र का प ्रशिक्षण
क्षेत्र आ ैर राजनीतिक शिक्षा की संस्था माना गया ह ै। यह स्थानीय स्वशासन की
इकाई तथा ग्राम स्तर पर लोकतंत्र के विस्तार का मूर्तिमान रूप ह ै। संसद स े
ग्राम सभा तक सत्ता का विकेन्द्रीकरण हो रहा है, जिससे कि भारत विश्व का
सबसे बड ़ा भागीदारी पूर्ण प्रजातंत्र बन सक े।
for full paper please visit below link :
http://www.socialresearchfoundation.com/upoadreserchpapers/7/437/2107090503571st%20shilpi%20rani%2014405.pdf
Comments
Post a Comment